समाज के कमजोर वर्ग को लाभ पहुंचने के उद्देश्य से बनाई गई संस्था ’आस्था’’ को 2003 मे सरकार द्वारा मान्यता मिली है। मैं बहुत आभारी हूँ कि सरकार द्वारा लगातार महिलाओं के विकास के लिए प्रोत्साहन प्रदान किया जा रहा है। जिसमें हमलोग जैसी महिलाओ का मनोबल बढ़ता है। मेरी संस्था आस्था वर्ष 2003 से गरीब व बेसहारा लड़कियों व महिलाओं को आत्म निर्भर बनाने के लिए प्रयासरत है। ताकि महिलाओं को उनकी आर्थिक स्वतंत्रता प्राप्त हो सके। क्योंकि मेरा मानना है कि स्वस्थ व प्रगतिशील समाज की नीवं इस बात पर निर्भर करती है कि समाज के विकास मे स्त्री पुरूष दोनो का समान योगदान होता है। निर्णय करने की क्षमता का विकास तभी होगा जब महिला पुरूष के समान आर्थिक स्वतंत्रत होगी ।
क्योंकि उच्च आय वर्ग की महिला शिक्षा पाकर जीवन यापन के साधन जुटा लेती है परंतु निम्न आय वर्ग की महिलाएं रोजगार की बात तो दूर शिक्षित भी नही है स्वस्थ समाज के निर्माण में उनका महत्वपूर्ण योगदान होना आवश्यक है। अतः इसी समस्या को देखते हुये मैने निम्न आय वर्ग की महिलाओ और लड़कियों को शिक्षित करने का प्रण लिया है। शिक्षित करने के साथ इनको आर्थिक स्वतंत्रता दिलाने के लिए मेरे तरफ से जो प्रयास हो सकता है, वो करती हूँ। मेरी संस्था के कार्य निम्न है-
संस्था के कार्य
- आस्था मे सिलाई, कढ़ाई, ब्यूटीशियन, पेन्टिग, डाॅस, कुकिंग, स्पोकेन इंग्लिश, मेंहदी, ड्राइंग आदि के विभिन्न गुण सिखाए जाते है।
- यहाॅ पर महिला या लड़की जो शारीरिक रूप से कष्ट मे है उसका इलाज कराने के लिए आर्थिक रूप से मदद दी जाती है
- आस्था जो महिला या लडकी अपने परिवार से पीड़ित है उसका मार्गदर्शन किया जाता है ताकि सही क्या है इसका निर्णय वह खुद कर सकें।
- आस्था मे विशेष तौर से सिलाई और ब्यूटीशियन के लिए प्रोत्साहित किया जाता है ताकि लड़कियां तुरन्त काम सीखकर रोजगार प्राप्त कर सकें।
- आस्था मे जिन लड़कियों ने क्षमता के अनुरूप गुण तो सीख लिया है लेकिन कुछ पारिवारिक समस्या के कारण घर से बाहर नही निकल पाती है आस्था ऐसी लड़कियों को घर बैठे रोजगार उपलब्ध करवाती है ताकि घर पर वह परिजन की देखभाल करते हुए जीविका चला सकें।
- कुछ महिलाएं समृद्ध परिवार से ताल्लुक रखती है और अच्छी शिक्षा भी प्राप्त किया है परंतु कुछ अनभिज्ञता के कारण वह अपना काम नही कर पाती है ऐसे मे आस्था उनके अधिकारो के बारे मे बता कर उन्हे जागरूक करती रहती है।
- कुछ लड़कियां तो रेाजगार का गुण तो सीख लेती है परन्तु संसाधन न होने के कारण रोजगार नहीं कर पाती है तो आस्था उन्हे संसाधन उपलब्ध करवाती है जैसे सिलाई मशीन आदि।
- कुछ लड़कियां परिवार के दकियानुसी विचार समस्या के कारण पढ़ाई छोड़ देती हैं आस्था उन्हें प्रोत्साहित करती हैं तथा शिक्षा पूरी कराने के लिए यथा संभव प्रयास करती है।
- यह संस्था लड़कियों की शादी के लिए आर्थिक मदद करती है।
- आस्था समय समय पर जागरूकता के लिए वित्तीय, सफाई,सरकार की योजना एंव अधिकारों से संबन्धित जानकारी देती रहती है।
- आस्था समय समय पर स्वास्थ्य एंव जागरूकता से संबन्धित कैप लगाती है और निःशुल्क दवा का वितरण करवाती है।
आस्था की उपलब्धियाॅ
- आस्था को मोती लाल ने प्रौद्योगिकी संस्थान इलाहाबाद मे सदस्य के रूप मे आमत्रित किया जाता है। जिससे आज के दौर के युवा वर्ग की समस्याओं को समझने और बतौर सलाहकार के रूप मे निर्णय का मौका मिलता रहता है।
- आस्था संस्था ने अभी तक अनेकों लड़कियों की शादी मे आर्थिक मदद दिया है।
- अनेकों लडकियाॅ अपने साथ साथ दूसरो को भी रेाजगार दे रही है।
- आस्था मे आने के बाद अनेकों लडकियाॅ शिक्षिका पद पर कार्यरत है।
- नवरात्र में लडकियों के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम किये जाते है प्रतियोगिताए भी कराइ जाती हैं और पुस्कार दिये जाते है।
- अनेकों लडकियाॅ आस्था मे आने पर जागरूक होकर चुनौतियों को अवसर के रूप में परिवर्तित कर रही हैं।
- राष्ट्रीय पोषण माह में गुरुवार को जिले के सभी 3164 आंगनबाड़ी केन्द्रों पर स्वस्थ बालक-बालिका स्पर्धा कार्यक्रम उत्सव के रूप में मनाया गया।
- आस्था संस्था महाराज गंज के एक गाँव को गोंद लेकर वहाँ के कुपोषित बच्चों के पोषण में सुधार एवं स्वास्थ में सुधार हेतु कार्य कर रही है।
धन्यवाद।
शालिनी अग्रवाल प्रबन्ध निदेशक आस्था, इलाहाबाद
मो0-9839982914